REFLECTING ON TIME By Kapardeli Eftichia, Translated To Hindi By Dr P.C Jha

“Reflecting On Time,a beautiful verse of much
acclaimed eminent poetess on Social Media, Kapardeli Eftichia of Patras,Greece is being translated to hindi language with an intimation
expecting consent,approval generous one please.Wish her all the best.Thanks.

शीर्षक : वक्त पर प्रतिबिंबित करना।
मूल आंंग्ल कवयित्री :कपारडेली इफ्टिचिया।
दिनांक : ०६-०६-२२.


नग्न पुष्प
बहती हुई विशालता के लहरों में
न आरंभ और न अंत के साथ
आत्माएं उठ रहीं हैं
और वे मेरे ऊपर से गुजरते है
वे पूरी तरह से मुझे बदले वे, मुझे बर्बाद कर देते है।

एक प्राचीन लिपि में
रंगें हमेशा रहती हैं
समय के दर्पण के बदौलत वे भ्रमण करते हैं।

पृथ्वी के जड़ किसी दिन
किसी दिन हमलोग फिर मिलेंगे
कटनी के अच्छे मौशम में
इच्छा की एकर की एक जगह
जहाँ वे हमारे होंगे इसकेबाद,अब
रंगते हुए सुबह के सबीता के निचे
चमकदार चिन्ह
हमारे एक तरह के स्फटिक अस्रूबूंद।

हमेशा पूर्व सा साथ उम्मीद होगा हमारे दिलों में
वक्त के आईने में।

Translator :
Dr.P.C.Jha.Uttam Nagar West.Delhi.India.
6th June.22.


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